राम राम दोस्तों, मै वैभवनाथजी इस वेबसाईट
में आपका स्वागत करता हूँ. आज हम बात करते है शरीर किलन मंत्र की दोस्तों कोई भी
साधना करनेसे पहले अपने शरीर की सुरक्षा का इंतजाम करना चाहिए इसके लिए जो मंत्र
यूज किया जाता है उसे शरीर किलन मंत्र कहते है. यहाँ पर मै दो शरीर किलन मंत्र
बताने जा रहा हूँ इन दोनोमेसे पहला सौम्य साधनाओमें और दूसरा उग्र साधनाओमें
इस्तमाल करे.
नोट:- इन मंत्रोंका इस्तेमाल करके आप अपने
चारो तरफ चाकू से या सिंगराफ (एक विशिष्ट प्रकार का पत्थर) से रक्षा घेरा (गोला)
बना सकते है.
शरीर कीलन (रक्षा) मन्त्र १
ॐ गुरूजी को आदेश, गुरूजी को प्रणाम,
धरती माता, धरती पिता, धरती धरे ना धीर |
बाजे श्रींगी, बाजे तुरतुरि, आया गोरखनाथ
मीन का पुत, मुंज का छड़ा, लोहे का कडा
हमारी पीठ पीछे यति हनुमंत खड़ा
शब्द सांचा पिंड कांचा स्फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा ||
OM GURUJEE KO AADESH GURUJEE KO PRANAM
DHARTEE MATA DHARTEE PITA DHARTEE DHARE NA DHEER
BAAJE SHRINGEE BAAJE TURTURI AAYA GORAKHNATH
MEEN KA PUT MUNJ KA CHHADA LOHE KA KADA
HAMAREE PEETH PEECHHE YATI HANUMANT KHADA
SHABD SANCHA PIND KANCHA SPHURO MANTR ISHWARO VACHA
|| विधि ||
जिस किसी साधना के विधान में अगर शरीर किलन विधि
की आवश्यकता हो तो आप उस साधना में इस मन्त्र को केवल सात बार पढ़ ले, ऐसा करने से स्वयं श्रीरामजी के परम भक्त हनुमान जी साधक की
रक्षा करते हैं, सुरक्षित प्रवास के लिए एवं
शत्रुओ के बीच घिर जाने पर भी यह मन्त्र पूर्ण सुरक्षा प्रदान करता हैं ! यह मंत्र स्वयं सिद्ध है इसे सिद्ध करनेकी कोई आवश्यकता
नहीं है ! अपने जीवन में इस मन्त्र को उतारे और सदैव सुरक्षित रहे, यही माँ के चरणों में प्रार्थना है !
शरीर किलन मंत्र २
आस कीलूँ पास कीलूँ, कीलूँ अपनी काया
जागदा मसान कीलूँ बैठी कीलूँ छाया
इसर का कोट वर्मा की थाली
मेरे घाट पिंड का हनुमान वीर रखवाला
AAS KEELOO PAAS KEELOO KEELOO APNI KAYA
JAGDA MASAN KEELOO BAITHEE KEELOO CHHAYA
ISAR KA KOT VARMA KEE THALEE
MERE GHAAT PIND KA HANUMAN VEER RAKHVALA
इस मन्त्र को शरीर कीलन मन्त्र कहते है ! किसी भी साधना को करने से पहले इसे सिद्ध कर लेना चाहिए ! इससे उग्र साधनाओ के समय होने वाले अनिष्ट से बचा जा सकता है!
मन्त्र को जैसे का तैसा ही पढ़े भाषा (स्पेलिंग और ग्रामर) के आधार पर शुद्ध करने की
कोशिश ना करे वरना कोई लाभ नही होगा ! यह इसलिए लिख रहा हूँ
क्योंकि इस मन्त्र में ब्रह्मा को वर्मा कहा गया है पर हमने यह मन्त्र इसी तरह जपा
है और हमें पूर्ण प्रभाव मिला है ! मुसीबत के समय भी इस मन्त्र
का प्रयोग किया जा सकता है !
नोट:- कोई भी शाबर मंत्र हो वो जैसा लिखा है वैसा ही पढना चाहिए अन्यथा कोई
लाभ नहीं होता.
|| मंत्र सिद्ध करनेकी विधि ||
इस मन्त्र की 1 माला हररोज 21 दिन तक करे और हनुमान जी को
आखिरी दिन लंगोट चढ़ाये ! लड्डू का भोग लगाये मन्त्र सिद्ध
हो जायेगा !
|| प्रयोग विधि ||
प्रयोग के समय २१ बार जपना है ! इस मंत्र को पढ़कर चाकूसे / सिंगराफसे सुरक्षा घेरा (गोला)
बना सकते है !
व्हिडिओ देखने के लिए निचे दी हुई लिंक पर क्लिक करे.
जय सद्गुरुदेव