15 August 2018

शाबर सूर्य साधना | Shabar Surya Sadhana


राम राम दोस्तों, मै वैभवनाथजी इस वेबसाईट में आपका स्वागत करता हूँ. आज हम बात करते है शाबर सूर्य साधना की. हम  यहाँ सूर्यदेव की एक अनुभूत साधना दे रहे है! यह साधना नाथ पंथ में बहुत प्रचलित है और इसे सूर्य गायत्री कहा जाता है ! इस साधना से भगवान् सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है !

नोट :–  इस मन्त्र को इसी प्रकार जपे, भाषा और व्याकरण का दोष ना निकाले क्योंकि यह एक साबर मंत्र है और जिस प्रकार लिखे हो वैसे ही पढने चाहिए , इस में कुछ भी सही गलत नहीं होता !

|| मन्त्र ||

सत नमो आदेश ! गुरूजी को आदेश ! गुरूजी ! ओमकार निरंजन निराकार सूर्य मन्त्र तत सार ! गगन मंडल का कौन राजा कौन धर्म कौन जाति ! गुरूजी गगन मंडल का सूरज राजा , सात अश्व रथ सवार सत धर्म जाति का क्षत्रिय , ब्रहम आत्मा रूद्र का अवतार तीन काल का काल निर्माण ,प्रथमे मित्र नाम द्वितीय विष्णु , तृतीय वरुण नाम , चतुर्थे सूर्य नाम , पंचमे भानु नाम , षष्ठमें तपन नाम ,सप्तमे इन्द्र नाम , अष्टमे खगे नाम , नवमे गभस्ति नाम , दशमे यमाय नाम, एकादश हरिन्यरेता नाम , द्वादशे दिवाकर नाम , एता द्वादश नाम नमो नमः ! गुरूजी गगन मंडल में जय जय ओमकार , कोटि देवता अपने ग्रह सवार सात वार सताईस नक्षत्र नौ ग्रह बारह राशि पंद्रह तिथि ! आओ सिद्धो राखो मन खोजो पवन खोजो सुर आवागमन ! त्रिकुटी भई कोटि प्रकाश ! निर्मल ज्योत दशवे द्वार सिद्ध साधक भरलो साखी श्री शम्भु यति गुरु गोरक्षनाथ जी ने भाखी ! भास्कराय विद्महे दिवाकराय धीमही तन्नो सूर्य प्रचोदयात मन्त्र पढ़ अग्नि को जलाये सो नर सूर्य लोक में जाये बिना मन्त्र अग्नि को जलाये सो नर नरक में जाये ! इतना सूर्य मन्त्र गायत्री सम्पूर्ण भया ! श्री नाथजी गुरूजी को आदेश ! अनन्त कोट सिद्धो में , त्र्यम्बक क्षेत्र अनुपान शिला पर बैठ श्री शंभु यति गुरु गोरक्षनाथ जी ने पढ़ कथ कर सुनाया ! श्री नाथजी गुरूजी को आदेश आदेश !

SAT NAMO AADESH ! GUROOJEE KO AADESH ! OM GUROOJEE ! OMKAAR NIRANJAN NIRAAKAAR SOORYA MANTRA TAT SAAR ! GAGAN MANDAL KAA KAUN RAAJAA KAUN DHARM KAUN JAATEE ! OM GUROOJEE GAGAN MANDAL KAA SOORAJ RAAJAA , SAAT ASHWA RATH SAVAAR SAT DHARM JAATI KAA KSHATRIYA , BRAHAM AATMA ROODRA KAA AVTAAR TEEN KAAL KAA KAAL NIRMAAN , PRATHAME MITRA NAAM DVITEEYA VISHNU , TRUTEEYA VARUN NAAM , CHATURTHE SURYA NAAM , PANCHAME BHAANU NAAM , SHASHTTHAME TAPAN NAAM , SAPTAME INDRA NAAM , ASHTAME KHAGE NAAM , NAVAME GABHASTI NAAM , DASHAME YAMAAY NAAM , EKAADASH HARINYARETAA NAAM , DVAADASHE DIVAAKAR NAAM , ETAA DVAADASH NAAM NAMO NAMAH ! OM GUROOJEE GAGAN MANDAL ME JAY JAY OMKAAR , KOTI DEVTAA APNE GRAHA SAVAAR SAAT VAAR SATAAIS NAKSHATRA NAU GRAH BAARAH RAASHI PANDRAH TITHI ! AAO SIDDHO RAAKHO MAN KHOJO PAVAN KHOJO SUR AAVAAGAMAN ! TRIKUTEE BHAI KOTI PRAKAASH ! NIRMAL JYOT DASHAVE DVAAR SIDDH SAADHAK BHARLO SAAKHEE SHREE SHAMBHU YATI GURU GORAKSHNAATH JEE NE BHAAKHEE ! OM BHASKARAAY VIDMAHE DIVAAKARAAY DHEEMAHEE TANNO SOORYA PRACHODAYAAT MANTRA PADH AGNI KO JALAAYE SO NAR SOORYA LOK ME JAAYE BINAA MANTRA AGNI KO JALAAYE SO NAR NARAK ME JAAYE ! ITNAA SOORYA MANTRA GAAYATREE SAMPOORNA BHAYAA ! SHREE NAATHJEE GUROOJEE KO AADESH ! ANANT KOT SIDDHO ME , TRYAMBAK KSHETRA ANUPAAN SHILAA PAR BAITH SHREE SHAMBHU YATI GURU GORAKSHANAATH JEE NE PADH KATH KAR SUNAAYAA ! SHREE NAATHJEE GUROOJEE KO AADESH AADESH !

|| विधि ||

   इस मन्त्र से सूर्य उदय के समय सूर्य देव को जल दे और फिर इस मन्त्र का दो घंटे जप करे ! ऐसा करने से मन्त्र सिद्ध हो जायेगा ! सूर्य देव को चढ़ाये जाने वाले जल में गुड़ मिलाये ! ऐसा ४१ दिन करे मन्त्र सिद्ध हो जायेगा ! जब भी कभी पूजन के लिए आग जलाये तो इस मन्त्र का जाप करे अनेक योगी धूने में आग लगाते समय इसी मन्त्र का जाप करते है ! वस्त्र कोई भी पहन सकते है माला की कोई आवश्यकता नहीं क्योंकि सच्चे साधुओं के पास तो रहने के लिए झोपड़ी भी नहीं होती तो मणियों की माला और रंग बिरंगे वस्त्र कहाँ से लाये ! साधु बनकर ही इस मन्त्र का जप करे !

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जय सद्गुरुदेव