राम राम
दोस्तों, मै वैभवनाथजी इस वेबसाईट में
आपका स्वागत करता हूँ. आज हम बात करते है पराई स्त्री से पीछा छुड़ाने के लिए साधना
पर. यह समस्या बहुत आम हो चुकी है जब पुरुष पराई स्त्री पर मोहित होकर अपनी स्त्री का तिरस्कार करते है
! इस सम्बन्ध में हमें अनेकों पत्र मिले ! उनकी इस समस्या का ध्यान रखते हुए हम यह साधना लिख रहे है! यह साधना नवरात्रों में की जाती है
!
|| मंत्र ||
मात कामच्छा नजर घुमाई ,
अमार मनुज को दुसर अऊरत से छोड़ाई ,
कऊन कऊन से छोडाव , वेश बणडी से छोडाव ,
छोनाल चोणडाल से छोडाव , ओकली बोकाली से छोडाव ,
ओलाय बोलाय
से छोडाव , नोटनी कोटनी से छोडाव ,
जो न छोडाव तो वासी चोणडाल की सेज पर जाव ,
लूणा चमारी
को हुकुम भयो , अमार पुरुष
अमार भग को भयो ,
दोहाई दोहाई
हज्जार दोहाई ,
कामच्छा माई लूजा जोगणी को सबद साँचो !
MAAT KAMACHCHHA NAJAR GHUMAAI, AMAAR MANUJ KO DUSAR
AURAT SE CHHODAAI, KAUN KAUN SE CHHODAAV, VESH BANADI SE CHHODAAV, CHHONAAL
CHONDAAL SE CHHODAAV, OKALEE BOKAALEE SE CHHODAAV, OLAAY BOLAAY SE CHHODAAV,
NOTANEE KOTANEE SE CHHODAAV, JO NA CHHODAAV TO VASEE CHONADAAL KEE SEJ PAR JAAV,
LOONA CHAMAREE KO HUKUM BHAYO, AMAAR PURUSH AMAAR BHAG KO BHAYO, DOHAAI DOHAAI
HAJJAAR DOHAAI, KAMACHCHHA MAAI LOOJA JOGANEE KO SABAD SAANCHO
|| विधि ||
नवरात्रों में इस मंत्र
का प्रतिदिन एक माला (१०८) जाप करे और यह जप दशहरा तक करे ! फिर प्रतिदिन सुबह शाम 11 बार इस मंत्र का जाप करे और जब भी पति सामने आये तो मन ही मन इस मंत्र का जप करे ! कुछ ही दिनों
में आपका पति परस्त्री के चंगुल
से छूट जायेगा !
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जय सद्गुरुदेव