राम राम दोस्तों, मै वैभवनाथजी इस वेबसाईट
में आपका स्वागत करता हूँ. आज हम बात करते है सौंदर्य साधना की ! जीवन में सौंदर्य का एक अपना स्थान है ! इसको नाकारा नहीं जा सकता , पुरुषो का सौंदर्य उनकी वीरता और साहस से देखा जाता है पर स्त्रियो में सौंदर्य की परिभाषा कुछ और ही है ! सौंदर्य के स्वामी भगवान् कृष्ण को माना जाता है भगवान् कृष्ण
ने ही सबसे पहले प्रेम और रस को एक नया जीवन दिया ! उन्होंने ने ही समाज को प्रेम
का महत्व समझाया !
स्त्रियों के लिए यह साधना
बहुत उपयोगी है क्योंकि कई बार उनके रूप में यदि आकर्षण न हो तो उन्हें उचित जीवन साथी नहीं मिल पाता और उनका विवाहिक जीवन अस्त व्यस्त हो जाता है ! में यहाँ एक विधान दे रहा हूँ , इस साधना को करने के बाद स्त्रियों में स्त्री तत्व की वृद्धि होती है और उन्हें पूर्ण सौंदर्य की प्राप्ति होती है ! उन्हें देखने वाले उन पर बड़ी जल्दी आकर्षित हो जाते है ! जो स्त्रिया अपने रूप और आकर्षण को निखारना चाहती
है वह इस साधना को एक बार जरूर करे ! यह साधना रमा एकादशी वाले दिन शुरू करे ! साधना इस प्रकार है !
|| मन्त्र ||
ॐ क्रींग कृष्णाये सौन्दर्याये क्रींग ॐ नमः !
OM KRING KRUSHNAAYE SAUNDARYAAYE KRING OM NAMAH
|| साधना
विधि
||
बाजोट
पर एक लाल वस्त्र बिछाकर उस पर गुलाब की पंखडियो से क्रीं
लिखे और धुप दीप से उसका पूजन उन्हें कृष्णा जी मानकर करे घी का दीपक जलाये
और बतासे का भोग लगाये ! फिर स्फटिक की माला से इस मन्त्र की 101 माला जाप करे ! यह साधना आपको पूरे 21 दिन करनी है ! जाप पूर्ण होने के बाद सारी सामग्री जल प्रवाह कर दे और माला को धारण कर ले ! माला के प्रभाव से आपका आकर्षण बढ़ जायेगा ! भगवान् श्रीकृष्ण आप सब पर कृपा करे !
व्हिडिओ देखने के लिए निचे दी हुई लिंक पर क्लिक करें
जय सद्गुरुदेव