राम राम दोस्तों, मै वैभवनाथजी इस वेबसाईट में आपका स्वागत करता हूँ. आज हम बात करते है पद्मावती साधना की
नोट:- कई लोग यह सोचते है की धनप्राप्ति साधना
करने पर जिस देवी या देवता की हम साधना कर रहे है वो हमारे सामने प्रकट होकर हमें
हीरे जवाहरात सोना चांदी या पैसे देंगे. पर ऐसा नहीं होता अगर धन चाहिए तो मेहनत
तो आपको करनीही होगी. अब आप कहेंगे की मेहनत ही करनी है तो साधना करनेकी क्या
आवश्यकता है तो साधना इसलिए करनी चाहिए क्योंकि साधना करनेसे अगर आप नोकरी करते है
तो आपकी प्रमोशन हो सकती है. व्यवसाय करते है तो आपके ग्राहक बढ़ सकते है. या फिर
इनकम के नए नए स्रोत प्राप्त हो जाते है.
देवी पद्मावती साक्षात लक्ष्मी स्वरूपा ही है ! माँ पद्मावती की साधना करने से भी वही फल मिलता है जो माँ लक्ष्मी की आराधना से मिलता
है ! जिस प्रकार माँ लक्ष्मी की पूजा दिवाली की रात्रि से करना बहुत शुभ मन जाता है उसी प्रकार माँ पद्मावती की पूजा के लिए भी दिवाली की रात्रि बहुत उत्तम मानी जाती है ! माँ पद्मावती यदि प्रसन्न हो जाये तो जीवन में कभी किसी वस्तु का अभाव नहीं रहता ! माँ पद्मावती की आराधना अधिकतर जैन समाज के लोग करते है ! उनका मानना है माँ पद्मावती साक्षात लक्ष्मी ही है !
|| मन्त्र ||
पद्मावती पद्माकुंशी वज्र वज्राकुंशी प्रत्यक्षम भवति भवति !!
PADMAVATEE PADMAKUNSHEE VAJRA VAJRAKUNSHEE PRATYAKSHAM BHAVATI BHAVATI
|| विधि ||
इस साधना के लिए आप किसी कुम्हार से थोड़ी चिकनी
मिटटी ले आये और उस मिटटी से 119 गोलिया बनाकर उसे धुप में सुखा ले ! दिवाली की रात में लक्ष्मी पूजन के बाद एक बाजोट
पर लाल कपडा बिछाकर उस पर जौ की ढ़ेरी बनाकर उस पर एक घी का दीपक जला दे , धुप अगरवती दिखाकर उस पर गुलाब
का फूल चढ़ाये
और इस मन्त्र का 11 माला जाप करे !
मन्त्र जाप गिनने के लिए मिटटी की बनाई उन गोलीया का प्रयोग करे ! एक तरफ ११ गोलीया रखे और एक तरफ 108 गोलीया रखे ! इस प्रकार 11 माला की गिनती पूर्ण
करे ! इस साधना को पूरे 43 दिन करे ! 43 दिन पूरे होने के बाद सारीं
सामग्री बहते पानी में बहा दे और अगर हो सके तो गोलीया संभाल
कर रख ले और हररोज 1 माला जाप करले!
इस साधना
से माँ पद्मावती का दर्शन भी हो सकता है !
माँ पद्मावती आप सब पर कृपा करे यही हमारी कामना है !
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जय सद्गुरुदेव